Friday, June 28, 2013

my personal kaaLi shloka....


भयंकरि अभयंकरि निर्भयंकरि शक्तिस्वरूपिणि ज्नानानंदमयि दिव्यहासिनि ज्यॊतिरूपिणि जगज्जननि
क्रुपया माम् पाहि मात्रु काळि ॥
दुष्टजीवालॊचनकाममनॆंद्रियज्नानाज्नानंधंतमॊर्नाशिनि सज्जीवालॊचनकाममनॆंद्रियज्नानानंदसत्सुपॊशिणि
क्रुपया माम् पाहि मात्रु काळि ॥
र्नकाळि समॊ मात्रुर्नकाळि समॊ गुरुर्नकाळि समॊबंधुर्नकाळि समॊ सखि
क्रुपया माम् पाहि मात्रु काळि ॥

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